कोडरमा (शहर परिक्रमा)

कोडरमा: डीएवी के स्थापना दिवस पर वैदिक मंत्रों से गुंजायमान हुआ डीएवी परिसर

1 जून को डीएवी पब्लिक स्कूल कोडरमा में डीएवी संस्था का 139 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि संजीवन सिंह परमार, प्राचार्य महोदय एवं सभी शिक्षक -शिक्षिकाओं के द्वारा महात्मा हंसराज की प्रतिमा पर सामूहिक पुष्पांजलि कर संपन्न हुआ।
तत्पश्चात मुख्य अतिथि, प्राचार्य, सभी शिक्षक शिक्षिकाओं एवं बच्चों ने वैदिक परंपरानुसार विश्व शांति, पर्यावरण की शुद्धि राष्ट्र कल्याण एवं डीएवी संस्था के समग्र विकास हेतु हवन किया। कार्यक्रम में साक्षी राज ने हिंदी में एवं शांभवी सिंह ने अंग्रेजी में सुंदर कविता प्रस्तुत किया । समृद्धि भारती एवं उनके साथियों द्वारा एक मनमोहक समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया । दसवीं कक्षा की छात्रा मुसर्रत ने डीएवी स्थापना पर एक सुंदर पोस्टर बनाकर आकर्षक प्रस्तुति दी । सतीश यादव ने हिन्दी भाषण द्वारा सभी को महात्मा हंसराज एवं दयानंद सरस्वती के आदर्शों, सिद्धांतों एवं डीएवी संस्था के प्रति दिए गए अभूतपूर्व योगदानों को साझा किया।

मौके पर विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने विद्यालय परिवार की तरफ से सभी बच्चों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं अभिभावकों को डीएवी स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी । प्राचार्य ने कहा कि डीएवी की स्थापना एक जून 1886 को लाहौर में हुई थी । महात्मा हंसराज जी इसके प्रथम प्रधानाचार्य बने ।

उन्होंने कहा कि डीएवी की स्थापना स्वामी दयानंद जी के विचारों एवं सिद्धांतों के प्रचार प्रसार के लिए किया गया । डीएवी संस्थान ने विश्व भर में अपनी अनूठी पहचान बनाई है। लोगों ने महात्मा हंसराज एवं स्वामी दयानंद के आदर्शों को अपनाया है। डीएवी निजी क्षेत्रों में भारत का सबसे बड़ा शिक्षण संस्थान है। यह संस्था केवल सामान्य शिक्षा ही नहीं अपितु तकनीकी, खेलकूद समेत अन्य क्षेत्रों में बच्चों को आगे बढ़ा रही है। इस दिवस को मनाने का हमारा उद्देश्य उन महानुभावों के पद चिह्नों पर चलकर उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना है जिन्होंने इस संस्था को पल्लवित एवं पुष्पित किया है।

उन्होंने आगे बताया कि डीएवी संस्था बच्चों में शिक्षा के साथ – साथ संस्कार, समग्र विकास पर बल देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है । डीएवी संस्था के बच्चे सभी क्षेत्रों में देश – विदेश में अपना परचम लहरा रहे हैं।उन्होंने बच्चों को सदैव डीएवी संस्था का नाम ऊँचा रखने के लिए प्रेरित किया । साथ ही साथ उन्होंने कहा कि हम स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं कि हम इस पावन संस्था के साथ जुड़े हुए हैं। आज यह संस्था पूरे देश में शिक्षा की अलख जगा रही है। मौके पर विद्यालय के शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।