ग्रह-नक्षत्र

आज मध्य रात्रि में 18 साल बाद शनि ग्रह पर लगेगा चंद्रग्रहण का पहरा: डॉ. प्रदीप सिंह देव

शनि चंद्र ग्रहण सबसे दुर्लभ खगोलीय घटनाओं में से एक है, जिसे आकाश पर नज़र रखने वाले लोग देख सकते हैं। यह ग्रहण लगभग 18 साल बाद होने जा रहा है। इसकी शुरुआत आज 24 जुलाई 2024 की रात को होगी। ग्रहण का प्रारंभ – 25 जुलाई, 2024 – 1:30 पूर्वाह्न से एवं इसकी समाप्ति इसी रात 2:25 पूर्वाह्न के लगभग होगी। इसकी जानकारी देते हुए, राष्ट्रीय दूरबीन कार्यशाला, भोपाल में भागीदारी निभाने वाले साइंस एंड मैथेमेटिक्स डेवेलोपमेंट आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव ने कहा-जब चंद्रमा शनि के ठीक सामने से गुजरता है, जिससे वलय वाला ग्रह नज़र से छिप जाता है, तो इसे शनि चंद्र ग्रहण या शनि चंद्र ग्रहण के नाम से जाना जाता है। शनि का ग्रहण एक अद्भुत घटना है जो शनि चंद्र के संरेखण की जांच करने का अवसर प्रदान करती है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार, जब हम शनि चंद्र ग्रहण के बारे में सुनते हैं तो यह बहुत डरावना लगता है लेकिन लोगों को यह ध्यान रखना चाहिए कि यह उतना डरावना नहीं होने वाला है जितना लगता है क्योंकि शनि अपनी वक्री स्थिति में है इसलिए यह अपने बुरे प्रभाव नहीं देने वाला है अन्यथा यह सभी के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि शनि चंद्रमा एक साथ शुभ योग नहीं माने जाते हैं।

अगर हम योग की बात करें तो जब ये दोनों एक साथ आएंगे तो यह पुनर्फु योग बनाएगा। अगर हम इस अद्भुत खगोलीय घटना की बात करें तो यह लगभग 18 वर्षों के बाद हो रही है इसलिए निश्चित रूप से यह आकाश को देखने वालों के लिए एक शानदार अवसर होगा। ज्योतिष गणना के मुताबिक शनि का चंद्र ग्रहण 5 राशि के जातक को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा, जिसमें कुंभ, मकर, मीन ,कर्क और वृश्चिक राशि के जातक शामिल है। इन राशि के जातक को आर्थिक सावधानी बरतने की जरूरत है। यह दुर्लभ नजारा भारत के पड़ोसी देशों में भी देखने को मिलेगा जिसमें श्रीलंका, चीन भी शामिल है। विशेषज्ञों के अनुसार अक्टूबर में एक बार फिर ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिलेगा।