दुमका (शहर परिक्रमा)

शिक्षकेतर कर्मचारियों की मांगो से राजभवन एवं सरकार को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया है: कुलपति

दुमका: सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका के पदाधिकारियों ने मंगलवार को धरना स्थल पर जाकर हड़ताल व तालाबंदी कर रहे विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारियों से वार्ता की। वार्ता में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिमल प्रसाद सिंह, कुलसचिव डॉ.राजीव कुमार, विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ.जैनेंद्र यादव, सभी संकायों के डीन व विभिन्न स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद थे।

वार्ता के दौरान कुलपति प्रो बिमल प्रसाद सिंह ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि शिक्षकेतर कर्मचारियों की मांगों से राजभवन व सरकार को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक नहीं बल्कि दो बार निदेशालय व राजभवन को पत्र भेजा गया है। जिसके आलोक में राजभवन ने निदेशालय को यथाशीघ्र सातवें वेतनमान के अनुसार वेतन निर्धारण करने का निर्देश भी दिया है। उसके बावजूद उच्च शिक्षा विभाग में मामला लंबित है।

कुलपति ने कहा कि निदेशालय से प्राप्त 14 दिसंबर के पत्र में कहा गया है कि विश्वविद्यालय द्वारा वेतन निर्धारण से संबंधित कोई भी दस्तावेज निदेशालय को नहीं भेजा गया है। इस पर विश्वविद्यालय ने निदेशालय को अपना पक्ष भेज दिया है जिसमें विश्वविद्यालय ने कहा है कि सातवें वेतनमान के तहत वेतन निर्धारण के दस्तावेज पहले ही भेजे जा चुके हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति ने धरने पर बैठे कर्मचारियों से धरना समाप्त करने की अपील करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में तालाबंदी से छात्र समेत विश्वविद्यालय के सभी हितधारकों को परेशानी हो रही है। उन्होंने कर्मचारियों को अपने स्तर से हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि यहां तालाबंदी करने से समस्या का समाधान नहीं होगा, मिल बैठकर बात करने से ही समस्या का समाधान होगा।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.राजीव कुमार ने भी अपनी ओर से हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि बंद के कारण छात्रों को परेशानी हो रही है और प्रशासनिक कार्य बाधित हो रहा है। विश्वविद्यालय अधिकारियों की बात सुनने के बाद गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि हम आपस में बात करके बताएंगे कि हमें क्या करना है।

संवाददाता: आलोक रंजन