देवघर (शहर परिक्रमा)

सड़क निर्माण को लेकर जन संसद-सह-श्रम दान कार्यक्रम का आयोजन


आज दिनांक 02.04.2025 को जनार्दन पाण्डेय, महासचिव भारतीय राष्ट्रीय फॉरवर्ड ब्लॉक-सह-वरीय सामाजिक नेता के अगुवाई मे जुड़वां टोला गादी-डुमरा-सिमरा को जोड़ने वाली एम्स देवीपुर से अर्जुन नगर हाल्ट होते हुए पल्स 2 विद्यालय सिमरा से एयर पोर्ट देवघर तक के वर्षो से गड्ढे में तब्दील सड़क निर्माण के लिए सड़क पर जन संसद-सह-श्रम दान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में इस सड़क से लाभान्वित मसानजोरा, डुमरिया तरी, मथुरापुर, पथरा, रुकिया टीला, राजा डीह, गरही टांड, मालेडीह, लखन गड़िया, गादी डुमरा चिच हरा नारायणडीह सहित दर्जनों गांव के लोगों ने भाग लेकर सरकार की विकास योजनाओं की पोल खोल दी। बीच सड़क पर एक आदमी की लंबाई तक बने गड्ढे में बैठक लोगों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।
इस सड़क से जुड़े लाभुकों का कहना है कि गोड्डा लोक सभा, मधुपुर विधानसभा और मसानजोरा पंचायत प्रखंड देवघर में पड़ने वाला यह सड़क आजादी के 78 वर्ष बाद भी उपेक्षित रहा। जब किसी भी जन प्रतिनिधि का ध्यान नहीं पड़ा तो जनता ने स्वयं इस सड़क को श्रम दान से बनाने का निर्णय लिया।
ऐसा नहीं है कि इस सड़क को बनाने में ठेकेदारी नहीं हुई, कई बार इस पर पुल बनाने और pcc मिट्टी- मोरम के नाम पर फर्जी निकासी हुई और छीलो – गिलो पद्धति से सरकारी पैसे को तथाकथित बिचौलिया वाया जनप्रतिनिधि ने लुट लिया। जब सड़क की दशा में कोई सुधार नहीं हुआ तो जनता ने अपना रास्ता खुद बनाने के लिए मन बना लिया ।
बड़े जनप्रतिनिधि सिर्फ चुनाव के समय नजर आते है ,बड़े काम का बखान अखबारों और सोशल मीडिया में दिखाते हैं, मध्यम जनप्रतिनिधि सिर्फ जाति धर्म की राजनीति करने के बाद शेष समय साइबर क्रिमिनलों और बालू चोरों की रक्षा और ठेकेदारी में समय देते है और पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों को आवास, मनरेगा, पशुधन योजना के साथ अन्य योजनाओं में लूट खसोट, खनन बालू की चोरी और कमीशन खोरी के बाद उन्हें समय ही नहीं मिल पाता है कि वे देखे कि इस सड़क के कारण किसान ,विद्यार्थी और आम जनता को कितनी परेशानी का सामना करना पड़ता है । जनप्रतिनिधियों को पूरा आत्म विश्वास भी रहता है कि चुनाव में जाति पैसा और धर्म से चुनाव जीत ही लेंगे फिर गांव से कोई रिश्ता ही नहीं रहता है, पंचायत से लेकर विधानसभा – लोकसभा सबकुछ शहर में शिफ्ट हो गई है तो इस सड़क के दल – दल गड्ढे में फंसी किसान की बैल गाड़ी के पहिए को कौन उठाएगा, +2 विद्यालय जाने वाली छात्रों के साइकिल में फंसी कीचड़ – कादो से किसी कोई मतलब नहीं। देवघर और मधुपुर जनप्रतिनिधियों को इस सड़क पर कभी चलना ही नहीं है इस लिए उन लोगों का कोई ध्यान आवेदन निवेदन करने के बाद भी नहीं पड़ा ।
डुमरा गादी -सिमरा -गरही टांड़ ये तीन गांव तिहरा गांव के नाम से फेमस है ।तीनों गांव में आर्थिक ,धार्मिक और व्यापारिकरूप से गहरा संबंध है ।तीनों का मुख्यपूजा स्थल दुर्गा मंदिर मंडप गरही टांड में है,मुख्य शिक्षा का केंद्र सिमरा में है और राशन दुकान गादी डुमरा में है ।इस सड़क के नहीं होने से इन गांवों के बीच की हाफ किलो मीटर से भी कम दूरी को पूरा करने के लिए ग्रामीणों को 5 किलो मीटर घूम कर अपना काम करने इन गांवों में जाना पड़ता है ।इन गांवों में हरी – शाक सब्जियों की भरपूर खेती होती है जो स्थानीय हाट बाजारों मधुपुर ,देवघर ,रोहिणी देवीपुर ,में बेचने किसान जाते हैं ।खेतों से फसल धोने में उन्हें इस सड़क के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।
इस सड़क से लाभान्वित जनता का कहना है कि जनता के सुख दुःख सुविधा और सुरक्षा की लड़ाई सिर्फ जनार्दन पाण्डेय ही लड़ सकते है। जिस तरह इनके अगुवाई में मथुरापुर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की बहाली और पाटलिपुत्र ट्रेन का ठहराव का आंदोलन सफल हुआ और अर्जुन नगर हाल्ट का काम इनके रेलवे बोर्ड पूर्व रेलवे आसनसोल के DRUCC मेंबर बनने के पर आंदोलन सफल हुआ तथा साप्तर – दोरही-खिरौंधा घाट पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण सफल हुआ, उसी तरह गादी डुमरा-सिमरा गरही टांड़ सड़क भी एक दिन इनके नेतृत्व और आम जनता के सहयोग से जरूर बनेगा।

आम जनता का कहना है कि आज के कार्यक्रम के बाद भी यदि प्रशासन और प्रतिनिधि नहीं जागी तो आंदोलन और तेज किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो माननीय न्यायालय के दरवाजे भी खटखटाए जाएंगे। आजादी के 78 वर्ष बाद भी यदि जनता को समावेशी विकास को छोड़ कर सिर्फ एक अदद सड़क के लिए आंदोलन करना पड़े तो यह पंचायत से लेकर लोकसभा तक के जनप्रतिनिधियों के लिए शर्मनाक है , अब चुनव जीते जनप्रतिनिधियों को धन प्रतिनिधि कहना उचित होगा चूंकि इनका सरोकर सिर्फ अब धन से है ,जन से कोई मतलब नहीं। विकास की झूठी कहानी बनाकर जनता को गुमराह करने वाली व्यवस्था पर आज जनता ने गहरा चोट देकर आईना दिखा दिया ।
सड़क निर्माण के लिए जनता ने फिर मुख्यमंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री सहित जिले आला अधिकारियों से गुहार लगाई और इसका आवेदन पोस्ट, मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से भेज दिया है ।
आज के कार्यक्रम में अयोध्या यादव, पूर्व मुखिया पति गोपाल ठाकुर, राजेंद्र सिंह, गोपाल सिंह, सुरेन्द्र झा में भाग लेकर सफल बनाया ।
इस आशय की जानकारी फुलकु सेवा संस्था के सचिव दयानन्द ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दिया।

संवाददाता: अजय संतोषी