तीन दिवसीय नेतृत्व कौशल कार्यशाला का हुआ आयोजन
महिलाओं के नेतृत्व को सशक्त बनाने और जमीनी स्तर पर सामाजिक बदलाव की प्रक्रिया को तेज़ करने की दिशा में पहल करते हुए नीड्स संस्था द्वारा रतन टाटा रूलर टेक्नोलॉजी पार्क, मधुवाडीह, सरवां में दिनांक 9 अप्रैल से 11 अप्रैल 2025 तक तीन दिवसीय नेतृत्व कौशल कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मनरेगा की 24 मेट दीदियों ने सक्रिय सहभागिता दर्ज कराई। कार्यक्रम की अगुवाई नीड्स संस्था के कार्यकारी निदेशक श्री मुरारी मोहन चौधरी की गरिमामयी उपस्थिति में हुई।
कार्यशाला का उद्देश्य महिलाओं को उनके कार्यस्थल पर नेतृत्व की भूमिका निभाने हेतु सशक्त बनाना था, जिससे वे न केवल अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा सकें, बल्कि अपने समुदायों में भी सकारात्मक परिवर्तन की वाहक बन सकें।
कार्यक्रम के दौरान जीविदा हसदा के प्रोग्राम मैनेजर देवनाथ घोष द्वारा प्रतिभागियों को मनरेगा योजना का उद्देश्य, स्वयं सहायता समूह (SHG) की भूमिका, और मेट दीदियों की ज़िम्मेदारियाँ जैसे विषयों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया। साथ ही, उन्होंने नेतृत्व कौशल के मूल सिद्धांतों को साझा करते हुए यह बताया कि एक प्रभावशाली नेता किन गुणों से युक्त होता है और इन गुणों का विकास कैसे किया जा सकता है।
कार्यशाला के दूसरे चरण में ‘जेंडर’ विषय पर एक विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया, जिसका संचालन नीड्स की प्रोग्राम मैनेजर मधु कुमारी ने किया। इस सत्र में प्रतिभागियों को लिंग आधारित भेदभाव, जेंडर आधारित हिंसा, और कार्यस्थल व समुदाय में महिलाओं के साथ होने वाली असमानताओं, हिंसा पर विस्तार से समझाया गया। इस विषय को जीवंत और प्रभावशाली बनाने के लिए समूह गतिविधियों, साक्षात्कार आधारित चर्चाओं और विषय आधारित वीडियो प्रस्तुति का सहारा लिया गया, जिससे मेट दीदियों ने गहरी समझ विकसित की और अपने अनुभव साझा किए।
कार्यशाला के एक प्रेरक सत्र में मुरारी मोहन चौधरी ने प्रतिभागियों को आत्मचिंतन और आत्मविकास की ओर प्रेरित किया। उन्होंने सभी मेट दीदियों से आग्रह किया कि वे एक नोटपैड में यह लिखें कि वे स्वयं को पाँच वर्षों के बाद कहां देखती हैं। इस अभ्यास ने न केवल प्रतिभागियों के आत्मविश्वास को बढ़ाया बल्कि उन्हें अपने भविष्य के प्रति स्पष्ट दृष्टिकोण देने में मदद की।
कार्यशाला के समापन सत्र में सभी प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने-अपने समुदायों में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा, समानता की स्थापना और सामाजिक बदलाव के लिए सक्रिय भूमिका निभाएंगी। मेट दीदियों ने यह भी साझा किया कि इस कार्यशाला ने उन्हें नई ऊर्जा, दिशा और दृष्टिकोण प्रदान किया है।
इस सफल आयोजन के लिए नीड्स संस्था ने सभी प्रतिभागियों, प्रशिक्षकों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में इस प्रकार की और भी प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित करने का संकल्प लिया।