दुमका: स्ट्रेस एंड रेजिलियांस विषय पर सेमिनार का आयोजन
दुमका: सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग में सोमवार को विभागाध्यक्ष सह मेंटल हेल्थ मिशन इंडिया जिला दुमका के नोडल ऑफिसर डॉ विनोद कुमार शर्मा की अध्यक्षता में “स्ट्रेस एंड रेजिलियांस” विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया।
सेमिनार को संबोधित करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि तनाव सभी मानसिक व मनोदैहिक बीमारियों की जननी हैं। तनाव व्यक्ति में टेशन पैदा तथा आक्रमकता को पैदा करता हैं जो वैयक्तिक भिन्नता के कारण व्यक्तियों में भिन्न मात्रा में पाया जाता हैं। तनाव से दूर या अनभिज्ञ रहने वाला व्यक्ति पागल अर्थात साइकोटिक रोगी होता है। प्रतियोगी दुनिया जीवन में तनाव का नियंत्रण रहना स्वास्थ्यकर माना जाता हैं। कैंसर, मधुमेह, अस्थमा, उच्च रक्तचाप व हृदय गति आदि जैसे मनोदैहिक किस्म के रोगी जहाँ क्रोनिक तनाव से ग्रसित होते हैं वही बचने के लिए रेजिलियेंस का सहारा लेते हैं। तनाव को कम या अधिक लेना व्यक्ति के माइंड सेट पर निर्भर करता हैं। रेजिलियांस व्यक्ति की मनोशारीरिक क्षमता हैं जहाँ वो खुद के व्यवहारों पर नियंत्रण रख, धैर्य, आत्मविश्वास, पॉजिटिव एटीच्यूड, सेल्फ अवेयरनेस, बिल्डिंग सोशल नेटवर्किंग, न्यू सर्च आदि द्वारा जहाँ तनाव को दूर कर सकते हैं । चिंता व विषाद के परिधि से बाहर रह सकते हैं वही हौसला बुलंद रह स्ट्रेस से मुकाबला भी कर सकते है। विद्यार्थियों को चाहिए की जीवन में सफलता के लिए अपने अंदर रेजिलियांस की क्षमता को प्रशिक्षण व अभ्यास के द्वारा विकसित करे। विषम परिस्थितियों से भागे नही बल्कि सामना करे।
मौके पर हिन्दी विभाग के शिक्षक डॉ राजेश प्रसाद ने तनाव से बचने व रेजिलियांस को बढाने के लिए साहित्यिक अध्ययन व रचना करने की ओर ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने बहुत से साहित्यिक उदाहरणों व प्रसंगों द्वारा विद्यार्थियों में आत्मविश्वास व सकारात्मक चिंतन को जागृत करने का प्रयास किया।
कार्यक्रम में मंच संचालन उत्तम कुमार ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन अनूप लाल हेम्ब्रम ने किया।
रिपोर्ट- आलोक रंजन Alok Ranjan